AUS vs IND 1st Test: यशस्वी जायसवाल का ऑस्ट्रेलिया में पहला शतक, 8 बड़े रिकॉर्ड्स के साथ कई दिग्गजों को छोड़ा पीछे और बड़े आगे
यशस्वी जायसवाल ने ऑस्ट्रेलिया में पहला शतक लगाया: पर्थ टेस्ट में किया इतिहास
यशस्वी जायसवाल ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे दिन पर्थ टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई धरती पर अपना पहला शतक जड़कर इतिहास रच दिया। यह शतक केवल उनके लिए ही नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए भी एक अहम उपलब्धि है, क्योंकि पर्थ जैसी चुनौतीपूर्ण पिच पर यह शतक बनाना एक बड़ा कठिन था।
इस शतक के साथ ही यशस्वी ने कई बड़े रिकॉर्ड्स अपने नाम किए। उन्होंने इस मैच में जो उपलब्धियां हासिल कीं, उनसे न केवल अपनी टीम का उत्साह बढ़ाया, बल्कि कई दिग्गजों को भी पीछे छोड़ दिया। और गेंद बाज़ों को क्रीज़ पर धूल चटाने में हुआ कामयाब पर्थ में उनका प्रदर्शन भारतीय बल्लेबाजों के लिए एक प्रेर णा बन चुका है।
यशस्वी के शतक से जुड़े 8 बड़े रिकॉर्ड्स:
1. ऑस्ट्रेलिया में पहला शतक –
यशस्वी भारतीय टीम के पहले बल्लेबाज बने जिन्होंने पर्थ टेस्ट में शतक लगाया। और बड़ी उपलब्धि को हासिल किया।
2. तेजी से शतक लगाने वाले युवा –
कम उम्र में शतक लगाकर उन्होंने खुद को भारतीय क्रिकेट के भविष्य के स्टार के रूप में साबित किया।
3. ऑस्ट्रेलिया में भारतीय ओपनर के रूप में पहला शतक –
पर्थ में एक भारतीय ओपनर का शतक ऐतिहासिक है।
4. दिग्गजों को पछाड़ा –
कई बड़े नामों को पीछे छोड़ते हुए उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की।
5. मजबूत मानसिकता –
यशस्वी की बैटिंग ने साबित किया कि उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर खेलने के लिए मानसिक रूप से खुद को तैयार किया है।
6. मैच के सबसे अहम बल्लेबाज –
उनकी पारी भारतीय टीम के लिए निर्णायक साबित हुई।
7. उम्र और अनुभव से आगे –
कम उम्र में बड़ा स्कोर बनाकर उन्होंने साबित किया कि अनुभव केवल समय की बात नहीं होती, बल्कि मानसिक ताकत की भी बात होती है।
8. टीम के लिए प्रेरणा –
उनके शतक ने बाकी भारतीय बल्लेबाजों को आत्मविश्वास दिया और टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
यशस्वी का यह शतक केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए एक प्रेरणास्त्रोत है। उनका यह प्रदर्शन आने वाले समय में और भी युवा खिलाड़ियों को उत्साहित करेगा।
इस ऐतिहासिक पारी के बारे में और जानने के लिए आप पूरी खबर यहां पढ़ सकते हैं
यशस्वी जायसवाल ने पर्थ टेस्ट के तीसरे दिन (24 नवंबर) अपने टेस्ट करियर का चौथा शतक पूरा किया और यह उनका ऑस्ट्रेलिया में पहला शतक था। भारतीय टीम के इस स्टार ओपनर ने 297 गेंदों में 161 रन बनाकर अपनी शानदार पारी का अंत किया। इस पारी में उन्होंने 15 चौके और 3 छक्के लगाए। खास बात यह है कि शतक पूरा करने के बाद यशस्वी ने अपनी खास अंदाज में जश्न मनाया, जब उन्होंने हेलमेट उतारकर दोनों हाथ ऊपर किए, जिसे देखकर भारतीय ड्रेसिंग रूम में खुशी की लहर दौड़ गई।
यह शतक उनके आत्मविश्वास और कड़ी मेहनत का प्रतीक है, और इसके साथ ही यशस्वी ने कई रिकॉर्ड्स भी अपने नाम किए। यह प्रदर्शन उनके टेस्ट करियर के लिए एक अहम मील का पत्थर साबित हुआ है।
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